Priyanka06

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लेखनी कविता -28-May-2022 किसान का होगा कर्ज चुकता आज

रचयिता-प्रियंका भूतड़ा


शीर्षक-किसान का कर्ज़ होगा चुकता आज

किसान का सपना
खेत खलियान अपना

फसल है उसको उगाना
कर्ज है उसको चुकाना

आगमन हुआ वर्षा ऋतु
रबी की फसल हुई शुरू

किसान ने गेहूं की खेती
हो गई गेहूं की फसल खड़ी

किसान की खेती हुई सफल
प्रसनसीत हुई फसल

देखो मेरे भाइयों
कच्चे कच्चे दाने आज फूट पड़े हैं
जैसे निकले हो बच्चों के दांत

आज फलियां पक गई है
पक्कर कर रही अपना विचरण
बालियां हो जैसे स्वर्ण की
जैसे उन में स्वर्ण का चढ़ा हो परत

प्रकृति के बढे हैं भाव
फसल दिखा रही बढ़-चढ़कर ताव
जैसे गा रही हो गान
हवा का था सरगम ताल
खलियान दिखा रहे थे नाच
किसान झूम उठा आज

आज अन्नदाता काटेंगे फसल
वसुंधरा का होगा मुंडन
 किसान की मेहनत रंग लाई आज
बाजारों में बिकेगा उसका नाज़
होगा  कर्ज चुकता आज

नॉनस्टॉप प्रतियोगिता2022 भाग-7



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4 Comments

Priyanka Rani

30-May-2022 05:43 PM

Nice

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Seema Priyadarshini sahay

29-May-2022 11:00 PM

वाह, बेहतरीन

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Gunjan Kamal

29-May-2022 01:38 AM

शानदार प्रस्तुति 👌

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